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टीम वर्क

एकता शक्ति है ... जब वहाँ काम करना और सहयोग है, अद्भुत चीजें हासिल की जा सकती है। टीम में काम करने से काम कम हो जाता है और सफलता की संभावना अधिक होती है । सबसे अच्छा टीम वर्क पुरुषों के लिए जो एक सुर में एक ही लक्ष्य की ओर स्वतंत्र रूप से काम कर रहे हैं से आता है। युवा खिलाड़ियों का एक बहुत वास्तव में इस खेल के इतिहास और उनमें से एक बहुत क्या खेल सभी के बारे में, विशेष रूप से साहस और टीम वर्क की पूरी अवधारणा है पर बाहर याद कर रहे हैं के बारे में ज्यादा पता नहीं है।

अनुशासन

जो व्यक्ति, क्रोधित होने पर अपने गुस्से को संभाल सकता है वह उसे कुशल ड्राईवर की तरह है जोकि एक तेजी से भागती हुई गाडी को संभाल लेता है और जो ऐसा नहीं कर पाते वे केवल अपनी सीट पर बैठे हुए एक्सीडेंट का इन्तजार करते रहते है| अनुशासन की कमी कुंठा और आत्म-घृणा की तरफ ले जाती है| कुछ लोग अनुशासन को उबाऊ काम समझते हैं. मेरे लिए , ये एक तरह की सुव्यवस्था है जो मुझे उड़ने के लिए तैयार करती है| दिलचस्प विचारों और नयी प्रौद्योगिकी को कम्पनी में परिवर्तित करना जो सालों तक नयी खोज करती रहे , ये सब करने के लिए बहुत अनुशाशन की आवश्यकता होती है|और पढ़ें!   

व्यवहार

मानव व्यवहार तीन मुख्या स्रोतों से निर्मित होता है: इच्छा, भावना, और ज्ञान | अपने से बेहतर लोगों के साथ समय बिताना अच्छा होता है. ऐसे सहयोगी बनाएं जिनका व्यवहार आपसे अच्छा हो, और आप उस दिशा में बढ़ जायेंगे | हम दूसरों के बारे में उनका व्यवहार देखकर और अपने बारे में हमारा इरादा देखकर निर्णय लेते हैं| एक अच्छा व्यवहार सुन्दरता की कमी को ढक सकता है लेकिन सुन्दरता व्यवहार की कमी को नहीं ढक सकती| हमारी सोच और हमारा व्यवहार हमेशा ही किसी प्रतिक्रिया का पूर्वानुमान होती हैं.अत: ये डर पर निर्भर करते हैं| ऊपर जाते समय जो लोग आपकी राह में आयें उनके साथ अच्छा व्यवहार करें क्यूंकि नीचे उतरते हुए भी वे ही लोग आपको मिलेंगे और पढ़ें!   

सफल छात्र

"एक विचार लें. उस विचार को अपनी जिंदगी बना लें. उसके बारे में सोचिये, उसके सपने देखिये, उस विचार को जिए. आपका मन, आपकी मांसपेशिया, आपके शरीर का हर एक अंग, सभी उस विचार से भरपूर हो. और दुसरे सभी विचारों को छोड़ दे. यही सफ़लता का तरीका हैं। "- स्वामी विवेकानन्द | हमेशा याद रखिये कि सफलता के लिए किया गया आपका अपना संकल्प किसी भी और संकल्प से ज्यादा महत्त्व रखता है। मुझे सफलता का मन्त्र नहीं पता, पर सभी को खुश करने का प्रयास करना ही असफलता का मन्त्र है| और पढ़ें!   

करियर प्लानिंग

उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाये|कोई लक्ष्य ना होने कि दिक्कत यह है कि आप अपनी ज़िन्दगी मैदान में इधर – उधर दौड़ते हुए बिता देंगे पर एक भी गोल नहीं कर पाएंगे|यदि आप खुद अपनी ज़िन्दगी की योजना नहीं बनाते हैं तो संभव है कि आप किसी और की योजना के अंतर्गत आ जायें. और ज़रा सोचिये उन्होंने आपके लिए क्या योजना बनाई होगी? ज्यादा कुछ नहीं|हर चीज का सृजन दो बार होता है, पहली बार दिमाग में दूसरी बार वास्तविकता में|